Jharkhand News: रिम्स की बैठक में 16 बड़े फैसले हुए पास क्या बदलेगा झारखंड का मेडिकल भविष्य
Jharkhand News: झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की 59वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक हुई जिसमें कुल 37 एजेंडे में से 16 को मंजूरी दी गई।

Jharkhand News: झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की 59वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक हुई जिसमें कुल 37 एजेंडे में से 16 को मंजूरी दी गई। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने बैठक की अध्यक्षता की और यह साफ कहा कि राज्य सरकार रिम्स को एक बेहतरीन और भरोसेमंद मेडिकल संस्थान बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। मरीजों को बेहतर सेवाएं दिलाने के लिए हर स्तर पर सुधार के कदम उठाए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने रिम्स में निजी प्रैक्टिस पर सख्ती से रोक लगाने की बात कही। इसके साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि रिम्स में ईवनिंग पेड ओपीडी शुरू करने की संभावनाओं पर काम किया जाए। इस फैसले का मकसद यह है कि लोग निजी अस्पतालों की जगह रिम्स में ही अच्छी सेवाएं ले सकें और सस्ती दरों में इलाज संभव हो।
बैठक में मंत्री ने रिम्स प्रशासन से कहा कि हर मरीज और उसके परिवार से संवेदनशीलता और मानवता के साथ व्यवहार किया जाए। अगर इलाज के दौरान किसी मरीज की मौत हो जाती है तो उसके अंतिम संस्कार के लिए 5 हजार रुपये का किट और नि:शुल्क शव वाहन की सुविधा दी जाएगी ताकि परिजनों को परेशानी न हो।
बैठक में कई नई सुविधाएं शुरू करने का फैसला हुआ। ट्रॉमा सेंटर, इमरजेंसी और आईसीयू में वेंटिलेटर बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी। अस्पताल प्रबंधक, प्रोटोकॉल ऑफिसर और डाइटीशियन की संविदा पर नियुक्ति को मंजूरी दी गई। इसके अलावा PET स्कैन मशीन को PPP मोड पर लगाने का निर्णय भी लिया गया ताकि कैंसर मरीजों को बेहतर जांच की सुविधा मिले।
पिछले दस साल से काम कर रहे थर्ड और फोर्थ क्लास संविदा कर्मचारियों के समायोजन के लिए रिपोर्ट सरकार को भेजने का निर्णय लिया गया। प्रशिक्षु नर्सों के वेतन को 10 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रुपये किया गया। साथ ही पुराने पेंशन योजना का लाभ भी नियमित कर्मचारियों को देने की बात कही गई। सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए 50 प्रतिशत होमगार्ड और 50 प्रतिशत प्राइवेट सिक्योरिटी स्टाफ की बहाली की जाएगी।
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