Jharkhand News: बयान से भड़की राजनीति! मंत्री हफीजुल हसन की सफाई के बाद भी गरमाई सियासत
Jharkhand News: झारखंड के मंत्री हफीजुल हसन ने सोमवार को अपने विवादित बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि उनका बयान 'पहले शरीयत फिर संविधान' का गलत अर्थ निकाला गया है। हसन ने स्पष्ट किया कि उन्होंने 'मैं' नहीं बल्कि 'हम' कहा था और इसका मतलब हर किसी से था।

Jharkhand News: झारखंड के मंत्री हफीजुल हसन ने सोमवार को अपने विवादित बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि उनका बयान 'पहले शरीयत फिर संविधान' का गलत अर्थ निकाला गया है। हसन ने स्पष्ट किया कि उन्होंने 'मैं' नहीं बल्कि 'हम' कहा था और इसका मतलब हर किसी से था।
हसन ने कहा कि जैसे अन्य धर्मों में धार्मिक आस्थाएं हैं वैसे ही शरीयत का भी लोगों के दिलों में स्थान है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि शरीयत संविधान की जगह लेगा। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य किसी को आहत करना नहीं था और उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है।
हफीजुल हसन के बयान ने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है। भाजपा राज्य अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस पर कार्रवाई की मांग की। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने भी हसन के बयान की कड़ी आलोचना की खासकर बाबासाहेब अंबेडकर जयंती पर जब संविधान का सम्मान करना जरूरी था। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि आज अंबेडकर जयंती है और हमें संविधान का सम्मान करना चाहिए। किसी मंत्री द्वारा संविधान के खिलाफ बयान देना निंदनीय है। उन्होंने इसे देश और समाज के लिए गलत करार दिया और कहा कि इसे तुरंत संज्ञान में लिया जाना चाहिए।
भा.ज.पा. नेता बाबूलाल मरांडी ने हसन के बयान को लेकर कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से स्पष्टीकरण मांगा। उन्होंने कहा कि हसन के शब्दों से यह स्पष्ट हो गया कि कांग्रेस और JMM संविधान का मजाक उड़ाते हैं। मरांडी ने मांग की कि हसन को मंत्रिमंडल से हटाया जाए।
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