AIIMS Patna: छुट्टी के नाम पर बंद इलाज का दरवाज़ा! बिना इलाज लौटे सैकड़ों बीमार लोग
AIIMS Patna: बिहार की राजधानी पटना में स्थित IGIMS और AIIMS जैसे बड़े अस्पतालों में सोमवार को इलाज नहीं मिलेगा क्योंकि बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर इन दोनों संस्थानों की ओपीडी सेवाएं बंद रहेंगी। यह खबर उन मरीजों और उनके परिवारों के लिए बेहद निराशाजनक है जो दूर-दराज से इलाज की उम्मीद लेकर आते हैं।
AIIMS Patna: बिहार की राजधानी पटना में स्थित IGIMS और AIIMS जैसे बड़े अस्पतालों में सोमवार को इलाज नहीं मिलेगा क्योंकि बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर इन दोनों संस्थानों की ओपीडी सेवाएं बंद रहेंगी। यह खबर उन मरीजों और उनके परिवारों के लिए बेहद निराशाजनक है जो दूर-दराज से इलाज की उम्मीद लेकर आते हैं। ओपीडी बंद होने के कारण लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ेगा और कई मरीज बिना इलाज के ही वापस लौटने को मजबूर होंगे। हर साल सात बार ऐसी स्थिति आती है जब छुट्टियों के कारण मरीजों को ओपीडी से निराश लौटना पड़ता है।
सरकारी नियमों के कारण बंद होती हैं सेवाएं
IGIMS और AIIMS पटना के चिकित्सा अधीक्षकों डॉ मनोज मंडल और डॉ अनुप कुमार ने बताया कि संस्थान की सेवाएं दिल्ली एम्स की छुट्टियों के अनुसार संचालित होती हैं। जब दिल्ली एम्स में छुट्टी होती है तो पटना एम्स में भी उसी दिन छुट्टी होती है। इस नियम के चलते जब भी केंद्र और राज्य सरकार की छुट्टियां टकराती हैं तो दोनों संस्थानों की ओपीडी बंद हो जाती है। इस बार भी बुद्ध पूर्णिमा की वजह से सोमवार को ओपीडी सेवा बंद की गई है लेकिन इमरजेंसी सेवाएं पूर्व की तरह चलती रहेंगी।
AIIMS पटना और IGIMS में सिर्फ पटना ही नहीं बल्कि बिहार के कोने-कोने से और यहां तक कि नेपाल जैसे पड़ोसी देश से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं। इनमें से कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित होते हैं और कुछ आर्थिक रूप से इतने कमजोर होते हैं कि निजी अस्पताल में इलाज कराना उनके लिए मुमकिन नहीं होता। ऐसे में जब उन्हें बताया जाता है कि ओपीडी बंद है तो उनकी उम्मीदें टूट जाती हैं और उन्हें बिना इलाज के ही लौटना पड़ता है। यह स्थिति हर उस दिन होती है जब छुट्टी होती है और मरीजों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।
अन्य सरकारी अस्पतालों में सामान्य रूप से चलेगी ओपीडी
पटना में IGIMS और AIIMS के अलावा IGIC, PMCH, NMCH और अन्य सरकारी अस्पतालों की ओपीडी सेवाएं सोमवार को चालू रहेंगी। ऐसे में जो मरीज AIIMS और IGIMS में इलाज नहीं करवा सकेंगे वे इन अस्पतालों का रुख करेंगे। लेकिन बड़ी संख्या में मरीज इन अस्पतालों पर एक साथ निर्भर हो जाने से यहां पर भी भीड़ बढ़ जाएगी और इलाज में देरी हो सकती है। कई मरीजों को सुपर स्पेशियलिटी सुविधाओं के लिए राजेंद्र नगर और न्यू गार्डिनर रोड जैसे अन्य अस्पतालों की तरफ जाना पड़ेगा।
हर साल जब सात से अधिक छुट्टियों में ओपीडी बंद रहती है तो यह स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। खासकर उन लोगों के लिए जो महीनों इंतजार के बाद अपनी बारी आने पर पटना आते हैं और फिर बिना इलाज लौटते हैं। सरकार और अस्पताल प्रबंधन को यह सोचने की ज़रूरत है कि क्या छुट्टी वाले दिन भी सीमित ओपीडी सेवा चलाई जा सकती है ताकि कम से कम ज़रूरतमंद मरीजों को इलाज मिल सके। ऐसी व्यवस्थाएं दूसरे राज्यों में मौजूद हैं और उन्हें बिहार में भी लागू करने की आवश्यकता है।
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