Sanjeev Mukhiya Arrested: लंबे समय से फरार संजीव मुखिया गिरफ्तार, नीट पेपर लीक मामले में था मुख्य आरोपी
Sanjeev Mukhiya Arrested: बिहार में नीट पेपर लीक मामले के मुख्य सरगना संजीव मुखिया को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है। बिहार सरकार ने संजीव मुखिया की गिरफ्तारी के लिए 3 लाख रुपये का इनाम रखा

Sanjeev Mukhiya Arrested: बिहार में नीट पेपर लीक मामले के मुख्य सरगना संजीव मुखिया को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है। बिहार सरकार ने संजीव मुखिया की गिरफ्तारी के लिए 3 लाख रुपये का इनाम रखा था। इस गिरफ्तारी पर बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, "मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन अगर उसे पकड़ा गया है तो यह बहुत बड़ी और अच्छी बात है। जिस तरह उसने पूरे देश में नीट परीक्षा के परिणामों के साथ छेड़छाड़ की, ऐसे व्यक्ति को पकड़ा जाना चाहिए। उसकी गहन जांच होनी चाहिए और उसे सजा मिलनी चाहिए।" यह गिरफ्तारी नीट पेपर लीक जैसे संगठित अपराधों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के रूप में देखी जा रही है।
लंबे समय से फरार था संजीव मुखिया
आर्थिक अपराध इकाई (EOU) के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) नैयर हसनैन खान ने संजीव मुखिया की गिरफ्तारी पर अपनी बात रखी। पटना में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि EOU की टीम लंबे समय से संजीव मुखिया की तलाश में थी। नीट परीक्षा के बाद से वह हमारा मुख्य निशाना था। संजीव 5 मई 2024 को नीट पेपर लीक के बाद से फरार चल रहा था और पुलिस की पकड़ से बाहर था। ADG ने कहा कि गुरुवार देर रात हमें एक खास सूचना मिली, जिसके आधार पर छापेमारी की गई और संजीव मुखिया को एक अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तारी के बाद और छापेमारी जारी
ADG नैयर हसनैन खान ने आगे बताया कि संजीव मुखिया की गिरफ्तारी के बाद उससे शुरुआती पूछताछ की गई है। इस पूछताछ के आधार पर पुलिस अब अन्य ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। गिरफ्तारी के बाद कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। EOU की टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस पेपर लीक रैकेट में और कौन-कौन शामिल था। संजीव मुखिया का आपराधिक इतिहास पुराना है। वह पहले भी कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक में शामिल रहा है, जिसमें 2016 का बिहार कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक भी शामिल है।
पेपर लीक माफिया पर कसेगा शिकंजा
संजीव मुखिया की गिरफ्तारी को नीट पेपर लीक मामले में बड़ी सफलता माना जा रहा है। उस पर कई राज्यों में पेपर लीक के मामले दर्ज हैं और उसका गिरोह बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में सक्रिय था। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी संजीव के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है, क्योंकि उसके पास आय से 144% अधिक संपत्ति पाई गई। बिहार पुलिस ने इस मामले में कठोर कानून लागू किए हैं, जिसमें बिहार पब्लिक एग्जामिनेशन (प्रिवेंशन ऑफ अनफेयर मीन्स) एक्ट, 2024 शामिल है। इस कानून के तहत पेपर लीक करने वाले गिरोहों को 1 करोड़ रुपये तक जुर्माना और 10 साल तक की सजा हो सकती है। संजीव की गिरफ्तारी से इस रैकेट के अन्य सदस्यों तक पहुंचने की उम्मीद है।
What's Your Reaction?






