IAF Fighter Jet: राफेल, मिराज-2000 और जगुआर के साथ गंगा एक्सप्रेसवे पर वायुसेना का रोमांचक एयर शो

IAF Fighter Jet: 2 मई 2025 को उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर स्थित गंगा एक्सप्रेसवे की 3.5 किलोमीटर लंबी हवाईपट्टी से भारतीय वायुसेना के फाइटर जेट्स की गर्जना गूंज उठी। इस ऐतिहासिक अवसर

May 2, 2025 - 15:56
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IAF Fighter Jet: राफेल, मिराज-2000 और जगुआर के साथ गंगा एक्सप्रेसवे पर वायुसेना का रोमांचक एयर शो

IAF Fighter Jet: 2 मई 2025 को उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर स्थित गंगा एक्सप्रेसवे की 3.5 किलोमीटर लंबी हवाईपट्टी से भारतीय वायुसेना के फाइटर जेट्स की गर्जना गूंज उठी। इस ऐतिहासिक अवसर पर राफेल, मिराज-2000 और जगुआर जैसे जेट विमानों को एक्सप्रेसवे के आकाश में उड़ते हुए देखा गया। भारतीय वायुसेना इस हवाईपट्टी पर 7 बजे से 10 बजे तक रात के समय लैंडिंग का अभ्यास करेगी। यह अभ्यास देश में पहली बार हो रहा है, जहां एक्सप्रेसवे पर रात के समय मिलिट्री एयर शो का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रकार, गंगा एक्सप्रेसवे अब केवल सड़कों का नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा की रीढ़ बन गया है।

वायुसेना का अभ्यास और प्रमुख जेट विमानों की भागीदारी

भारतीय वायुसेना के इस अभ्यास में तीन प्रमुख फाइटर जेट विमानों की भागीदारी है। इनमें राफेल, मिराज-2000 और जगुआर शामिल हैं। इन विमानों के द्वारा गंगा एक्सप्रेसवे पर दिन के समय 'टच एंड गो' लैंडिंग के साथ-साथ रात में विजन गाइडेड लैंडिंग का अभ्यास भी किया जाएगा। इस विशेष आयोजन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित हैं। यह आयोजन वायुसेना के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि यह न केवल एक वायुसेना अभ्यास है बल्कि यह उस क्षमता को भी प्रदर्शित करता है जिसमें भारतीय वायुसेना बिना किसी परेशानी के किसी भी स्थान पर रात के समय लैंडिंग कर सकती है।

गंगा एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा व्यवस्था और वायुसेना का नियंत्रण

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस हवाई पट्टी पर विमानन अभ्यास के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए दोनों ओर करीब 250 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा, वायुसेना ने इस रनवे को पूरी तरह से अपनी देखरेख में ले लिया है। जिला प्रशासन द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह एयर शो दिन और रात दोनों समय आयोजित किया जाएगा ताकि रनवे पर रात के समय विमान लैंडिंग की क्षमता का परीक्षण किया जा सके। सुरक्षा की दृष्टि से यह कदम बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह न केवल नागरिक सुरक्षा को सुनिश्चित करता है बल्कि वायुसेना की संचालन क्षमता को भी बढ़ाता है।

फाइटर विमानों का अभ्यास और उच्च अधिकारियों की उपस्थिति

इस अभ्यास के दौरान, फाइटर विमान रनवे पर एक मीटर की ऊंचाई से उड़ान भरेंगे और फिर इस रनवे पर लैंड करके फिर से उड़ान भरेंगे। यह अभ्यास 7 बजे से 10 बजे तक किया जाएगा और सभी फाइटर विमानों को बरेली स्थित एयरफोर्स स्टेशन से लाया जाएगा। इस विशेष आयोजन में राज्य के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, सहकारिता राज्य मंत्री जेपीएस राठौर, अन्य जनप्रतिनिधि, वायुसेना के अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद थे। यह आयोजन भारतीय वायुसेना की ताकत और उसकी दक्षता को प्रदर्शित करता है, साथ ही यह साबित करता है कि भारत किसी भी स्थान पर रात के समय विमान लैंडिंग और उड़ान भरने की पूरी क्षमता रखता है।

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