तेजस्वी ने तोड़ी परम्परा, सत्ता पक्ष ने किया प्रहार
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता एक बार फिर से सत्ता पक्ष के निशाने पर आ गए हैं। तेजस्वी यादव पर सालों पुरानी परम्परा को तोड़ने का आरोप लगा है।
बिहार विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव गायब रहें। बरसों बाद ऐसा देखने को मिला जब इतने महत्वपूर्ण अवसर पर विपक्ष के नेता अनुपस्थित रहें। सत्ताधारी NDA ने इस पर सवाल खड़ा किया है तो राजद ने भी पलटवार किया है।
3 दिसंबर को सदन में गवर्नर आरिफ़ मोहम्मद खान का अभिभाषण था। राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान नेता विरोधी दल की उपस्थिति नहीं थी।
लोजपा रामविलास विधायक दल के नेता राजू तिवारी ने तेजस्वी यादव पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव संसदीय परंपराओं के प्रति गंभीर नहीं हैं। उनको सदन और जनता से कोई मतलब नहीं है। वो हमेशा गायब रहते हैं। इतने अहम दिन जब विपक्ष के नेता ही नहीं रहेंगे, ये ठीक नहीं है। राज्यपाल अपने अभिभाषण के माध्यम से सरकार की नीतियों और एजेंडे से इसकी जानकारी देते हैं।
वहीं पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक नीरज कुमार बबलू ने कहा कि तेजस्वी यादव को जनता ने नकार दिया है, इसलिए वो हताश और निराश रहते हैं और भागे रहते हैं। तेजस्वी यादव जिम्मेदारियों से बचना चाहते हैं। उनको बिहार के विकास से कोई लेना देना नहीं है।
वहीं सत्ता पक्ष के प्रहार के बीच राजद की विधान पार्षद उर्मिला ठाकुर ने एनडीए पर पलटवार करते हुए कहा कि इन लोगों की राजनीति बगैर तेजस्वी यादव का नाम लिए चल ही नहीं सकती।राजद के विधायक और एमएलसी राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान मौजूद थें। यह कोई मुद्दा नहीं है।
बता दें कि राज्यपाल के अभिभाषण से पहले 1दिसंबर को तेजस्वी यादव अचानक से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। पटना एयरपोर्ट पर मीडिया ने उनसे बातचीत की कोशिश की लेकिन उन्होंने किसी से बात नहीं की।
What's Your Reaction?
Like
0
Dislike
0
Love
0
Funny
0
Angry
0
Sad
0
Wow
0