Bihar News: तेजस्वी यादव का अस्पतालों की बदतर हालत पर सख्त प्रहार, बोले- “अब कौन रखेगा सुरक्षा?”
Bihar News: बिहार की राजधानी पटना के नेशनल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (NMCH) में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक विकलांग मरीज के पैर की उंगलियों को अस्पताल
Bihar News: बिहार की राजधानी पटना के नेशनल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (NMCH) में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक विकलांग मरीज के पैर की उंगलियों को अस्पताल में चुहिया ने काट दिया। इस मामले को लेकर बिहार के नेता तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है। तेजस्वी ने अपने X (पूर्व ट्विटर) पोस्ट के जरिए बताया कि अस्पताल में रात को सोते हुए मरीजों की उंगलियां चुहिया काट रही हैं। उन्होंने याद दिलाया कि इससे पहले भी इसी अस्पताल में एक मृतक की आंख चुहिया ने काटी थी लेकिन उस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। तेजस्वी यादव ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से गिरावट की ओर बढ़ रहा है।
तेजस्वी यादव का आरोप: स्वास्थ्य मंत्री की गैरजिम्मेदारी से बिगड़ा स्वास्थ्य तंत्र
तेजस्वी यादव ने सीधे तौर पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे आरएसएस और भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार के तौर पर गर्व से घूमते हैं लेकिन बिहार के स्वास्थ्य तंत्र को बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनके 17 महीने के कार्यकाल में स्वास्थ्य विभाग में सुधार हुआ था, लेकिन अब सब कुछ फिर से बिगड़ रहा है। तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी लपेटा और कहा कि जो विभाग अस्पतालों की सफाई और सुरक्षा का इंतजाम नहीं कर सकता, वह मरीजों का इलाज कैसे करेगा? उन्होंने तंज कसा कि मुख्यमंत्री को बताया जाएगा कि मरीज की उंगलियां चुहिया ने नहीं बल्कि करोड़ों की कीमत वाली रोबोटिक मशीन ने काटी हैं और फिर मुख्यमंत्री कहेंगे कि यह सब 2005 से पहले होता था।
मरीज की उंगलियों पर चुहिया का हमला और अस्पताल प्रशासन की प्रतिक्रिया
मामला मरीज अवधेश कुमार का है, जो NMCH में इलाज के लिए भर्ती हैं। अवधेश कुमार एक पैर से विकलांग भी हैं। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. रश्मि प्रसाद ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए 19 मई को एक बैठक भी की। ऑर्थोपेडिक्स विभाग के डॉक्टर ओमप्रकाश ने बताया कि अस्पताल के वार्ड, सेमिनार हॉल और डॉक्टरों के कक्ष में चुहिया अक्सर देखी जाती हैं। हालांकि अब तक ज्यादा नुकसान नहीं हुआ था इसलिए खास ध्यान नहीं दिया गया था। लेकिन अब मरीज को चुहिया ने काट लिया है। उन्होंने कहा कि इस समस्या को नियंत्रित करने के लिए अधीक्षक को लिखित में सूचित किया गया है। अस्पताल में चूहा मारने वाली दवा इस्तेमाल करना संभव नहीं है क्योंकि इससे मरीजों को खतरा हो सकता है।
अस्पताल की साफ-सफाई और सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
यह घटना बिहार के स्वास्थ्य तंत्र की हालत पर सवाल खड़े करती है। एक अस्पताल में जहाँ मरीजों का इलाज होता है, वहाँ चुहिया जैसी समस्याएं होना बेहद चिंताजनक है। मरीजों की सुरक्षा और स्वच्छता को लेकर ऐसी स्थिति का बनना स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही है। अस्पताल प्रशासन पर भी दबाव बढ़ गया है कि वे जल्द से जल्द चुहिया नियंत्रण और साफ-सफाई के लिए प्रभावी कदम उठाएं। इसके अलावा, राजनीतिक दबाव भी बढ़ गया है क्योंकि विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे को बड़ा राजनीतिक मुद्दा बना दिया है। अब देखना यह होगा कि स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री इस गंभीर समस्या का समाधान कैसे करते हैं ताकि मरीजों का विश्वास स्वास्थ्य सेवाओं में बना रहे।
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