Jharkhand News: कुरान मंगाने के चक्कर में 85 हजार की चपत क्या आपके साथ भी हो सकता है ऐसा धोखा
Jharkhand News: हैदराबाद से कुरान शरीफ मंगवाने की एक साधारण सी कोशिश एक युवक के लिए भारी पड़ गई। गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र के दोरियो गांव के रहने वाले इमामुल अंसारी ने कुरान शरीफ के लिए ऑनलाइन ऑर्डर दिया था।
Jharkhand News: हैदराबाद से कुरान शरीफ मंगवाने की एक साधारण सी कोशिश एक युवक के लिए भारी पड़ गई। गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र के दोरियो गांव के रहने वाले इमामुल अंसारी ने कुरान शरीफ के लिए ऑनलाइन ऑर्डर दिया था। यह ऑर्डर इंस्टाग्राम पर दिए गए एक लिंक के माध्यम से किया गया था। लेकिन यह ऑर्डर कभी उनके घर नहीं पहुंचा बल्कि उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी। कुरान की जगह उनके खाते से पूरे पचासी हजार तीन सौ रुपये गायब हो गए।
इंस्टाग्राम लिंक बना ठगी का जाल
इंस्टाग्राम पर दिए गए लिंक से संपर्क करने पर उन्हें एक नंबर मिला और उस नंबर से कुरान शरीफ का ऑर्डर दिया गया। कॉल पर बात करने वाले व्यक्ति ने बहुत सतर्कता से इमामुल को किसी भी अनजान लिंक को न छूने की चेतावनी दी थी लेकिन उसी ने उन्हें बाद में एक फर्जी लिंक भेज दिया। इस लिंक को भारतीय डाक विभाग का बताते हुए उनसे कहा गया कि अगर वे अपना एड्रेस अपडेट नहीं करेंगे तो कुरान नहीं पहुंचेगी। लिंक में इंडिया पोस्ट का लोगो लगा हुआ था जिससे भरोसा हो गया और उन्होंने उस लिंक को खोल लिया।
लिंक में यह भी लिखा था कि एड्रेस अपडेट करने के लिए केवल पच्चीस रुपये का शुल्क कटेगा। इस भरोसे में आकर इमामुल ने उसमें अपना एटीएम कार्ड होल्डर का नाम कार्ड नंबर वैधता की तारीख और पिन तक भर दिया। इसके बाद उनसे जन्म तिथि और ओटीपी भी मांगा गया। जैसे ही उन्होंने ओटीपी डाला वैसे ही उनके खाते से पूरी रकम निकल गई। यह रकम फिलीपींस की करेंसी में निकाली गई जिसकी भारतीय मूल्य के अनुसार कुल राशि पचासी हजार तीन सौ रुपये हुई।
इलाज के लिए रखा पैसा भी चला गया
इमामुल ने बताया कि उनके परिवार में दो सदस्य लकवे से ग्रसित हैं और उनकी तबीयत अक्सर खराब रहती है। उनके इलाज के लिए उन्होंने मेहनत करके कुछ पैसे जमा किए थे ताकि इलाज में कोई कमी न रहे। लेकिन धोखेबाजों ने उनकी पूरी जमा पूंजी को मिनटों में उड़ा दिया। उन्होंने एनसीसीआरपी पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज की है और साइबर थाना में आवेदन देकर न्याय की मांग की है।
यह घटना एक बड़ी चेतावनी है कि फर्जी लिंक किस तरह लोगों की मेहनत की कमाई छीन सकते हैं। ठग अब इतने चतुर हो चुके हैं कि वे सरकारी विभागों के नाम और लोगो का इस्तेमाल कर लोगों को भ्रम में डाल देते हैं। ऐसे में आम नागरिकों को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। किसी भी लिंक पर अपनी निजी जानकारी जैसे एटीएम कार्ड की डिटेल्स ओटीपी या पिन नंबर कभी भी शेयर नहीं करना चाहिए।
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