बिहार कांग्रेस में ताबड़तोड़ कार्रवाई, बर्दाश्त नहीं अनुशासनहीनता
विधानसभा चुनाव 2025 में महज 6 सीटों पर सिमटने वाली कांग्रेस इन दिनों बेहद सख्त तेवर में दिखाई दे रही है। समीक्षा बैठक में शामिल नहीं होने वाले 15 जिलाध्यक्षों पर बिहार कांग्रेस नेतृत्व ने निगाहें टेढ़ी कर ली है।
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से इन सभी 15 जिलाध्यक्षों को नोटिस जारी कर दिया गया है और कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी गई है। समीक्षा बैठक से नदारद रहने वाले कांग्रेस नेताओं की हरकत को प्रदेश कांग्रेस ने गंभीरता से लिया है।
इस समीक्षा बैठक में प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, प्रदेश प्रभारी श्रीकृष्णा अलवारू एवं विधायक दल के नेता रहें शकील अहमद खान मौजूद थें।
इसके पूर्व बागी तेवर अख्तियार करने वाले 40 से ज्यादा कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को नतीजे आने के बाद पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। इनमें कुछ पूर्व विधायक, कई पूर्व संगठन पदाधिकारी शामिल हैं।
अब जिन 15 जिलाध्यक्षों पर गाज गिरी है उनमें शेखपुरा के कार्यकारी जिलाध्यक्ष रौशन कुमार, जमुई जिलाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह, गया के कार्यकारी जिलाध्यक्ष उदय मांझी, पटना ग्रामीण के सरदार गुरजीत सिंह, उदय चंद्रवंशी, बक्सर के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय, पश्चिमी चंपारण के जिलाध्यक्ष श्री प्रमोद सिंह पटेल, पूर्वी चंपारण के जिलाध्यक्ष इंजीनियर शशिभूषण राय, अररिया जिलाध्यक्ष शाद अहमद, मधुबनी जिलाध्यक्ष सुबोध मंडल, कटिहार जिलाध्यक्ष सुनील यादव, सुपौल कार्यकारी जिलाध्यक्ष राज नारायण गुप्ता, भागलपुर जिलाध्यक्ष परवेज आलम, लखीसराय के कार्यकारी जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार, मुंगेर के कार्यकारी जिलाध्यक्ष इनाम उल हक़ आदि शामिल हैं।
What's Your Reaction?
Like
0
Dislike
0
Love
0
Funny
0
Angry
0
Sad
0
Wow
0