Jharkhand News: जंगल में बिजली की गर्जना बनी CRPF अफसर की आखिरी सांस का कारण! जानिए सच्चाई

Jharkhand News: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के केरीबरु गांव में गुरुवार रात करीब साढ़े दस बजे एक दर्दनाक हादसा हुआ। सीआरपीएफ की 26वीं बटालियन के अधिकारी ऑपरेशन के तहत जंगलों में गए हुए थे। इसी दौरान अचानक तेज बिजली गिरी।

May 16, 2025 - 11:08
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Jharkhand News: जंगल में बिजली की गर्जना बनी CRPF अफसर की आखिरी सांस का कारण! जानिए सच्चाई

Jharkhand News: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के केरीबरु गांव में गुरुवार रात करीब साढ़े दस बजे एक दर्दनाक हादसा हुआ। सीआरपीएफ की 26वीं बटालियन के अधिकारी ऑपरेशन के तहत जंगलों में गए हुए थे। इसी दौरान अचानक तेज बिजली गिरी। इस हादसे में सेकेंड इन कमांड अधिकारी एमपी सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं असिस्टेंट कमांडेंट एसके मंडल गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

बिहार में भी बिजली ने ली 9 जानें

बिजली गिरने की घटनाएं सिर्फ झारखंड तक ही सीमित नहीं रहीं। बिहार में भी अलग-अलग जिलों में नौ लोगों की जान चली गई। सबसे ज्यादा तीन लोगों की मौत जहानाबाद में हुई। मधेपुरा में दो लोग मारे गए जबकि पूर्वी चंपारण रोहतास सारण और सूपौल में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन सभी घटनाओं पर गहरा दुख जताया है और मृतकों के परिवारों को चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता और अपील

सीएम नीतीश कुमार ने न सिर्फ आर्थिक सहायता का ऐलान किया बल्कि लोगों से एक खास अपील भी की है। उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में बिजली गिरने का खतरा बहुत ज्यादा होता है। ऐसे में सभी लोगों को आपदा प्रबंधन विभाग की सलाहों का पालन करना चाहिए। उन्होंने विशेष तौर पर ग्रामीण इलाकों के लोगों से कहा कि खुले में न जाएं और सुरक्षित स्थानों पर रहें।

हर साल बढ़ रही हैं घटनाएं

बिजली गिरने की घटनाएं हर साल मानसून के दौरान बढ़ जाती हैं। यह कोई पहली बार नहीं है जब बिहार में इतनी बड़ी संख्या में जानें गई हों। एक हफ्ते पहले भी बिहार में सात लोगों की जान बिजली गिरने से गई थी। तब भी मुख्यमंत्री ने मुआवजे की घोषणा की थी और सतर्क रहने की अपील की थी। यह बात अब साफ हो गई है कि बारिश के मौसम में यह एक गंभीर प्राकृतिक खतरा बन चुका है।

प्राकृतिक आपदा बनती जा रही है बिजली

बिजली गिरना अब एक सामान्य घटना नहीं रही। यह एक बड़ी प्राकृतिक आपदा का रूप ले चुकी है। मौसम विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग लगातार लोगों को अलर्ट कर रहे हैं लेकिन फिर भी कई बार लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते। प्रशासन को चाहिए कि वह गांवों में जागरूकता अभियान चलाए। मोबाइल और रेडियो के जरिए अलर्ट समय पर पहुंचाया जाए। साथ ही बिजली गिरने से बचने के लिए पेड़ों के नीचे खड़े न होने की जानकारी भी सभी को दी जाए।

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