Gandhi Maidan में नीतीश कुमार की शपथ, बिहार के राजनीतिक और ऐतिहासिक महत्व को लेकर जनता में उत्सुकता

बिहार के नए मुख्यमंत्री और एनडीए विधायक दल के नेता नीतीश कुमार गुरुवार, 20 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में शपथ लेंगे। इसके लिए तैयारियाँ पूरी गति से चल रही

Nov 19, 2025 - 19:23
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Gandhi Maidan में नीतीश कुमार की शपथ, बिहार के राजनीतिक और ऐतिहासिक महत्व को लेकर जनता में उत्सुकता

बिहार के नए मुख्यमंत्री और एनडीए विधायक दल के नेता नीतीश कुमार गुरुवार, 20 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में शपथ लेंगे। इसके लिए तैयारियाँ पूरी गति से चल रही हैं। गांधी मैदान का ऐतिहासिक महत्व अत्यधिक है। यह मैदान बिहार की राजनीतिक धारा और ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा है। स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आधुनिक बिहार की राजनीतिक संरचना तक, गांधी मैदान ने कई निर्णायक पल देखे हैं। राज्य की राजनीति में इसका प्रतीकात्मक और ऐतिहासिक महत्व है।

गांधी मैदान मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोहों के लिए भी महत्वपूर्ण स्थल रहा है। बिहार के दो प्रमुख नेता, नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव, ने अपने-अपने कार्यकाल की शुरुआत इसी मैदान से की। कुल मिलाकर चार शपथ ग्रहण समारोह गांधी मैदान में आयोजित किए गए हैं। इनमें से नीतीश कुमार तीन बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं, जबकि लालू प्रसाद यादव एक बार इसी मैदान से शपथ ग्रहण कर चुके हैं।

नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव का शपथ ग्रहण

नीतीश कुमार ने गांधी मैदान में अपने मुख्यमंत्री पद की शपथ तीन बार ली: 2005, 2010 और 2015 में। वहीं, लालू प्रसाद यादव ने 1990 में इसी मैदान से मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की थी। यह मैदान न केवल राजनीतिक घटनाओं के लिए जाना जाता है, बल्कि यह बिहार की लोकतांत्रिक प्रक्रिया और सत्ता हस्तांतरण का प्रतीक भी माना जाता है। इस मैदान ने कई बार यह संदेश दिया है कि सत्ता परिवर्तन और राजनीतिक निर्णय लोकतंत्र के अनुसार ही होना चाहिए।

गांधी मैदान: स्वतंत्रता संग्राम से आधुनिक राजनीति तक

गांधी मैदान सिर्फ बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश में राजनीतिक और सामाजिक आंदोलनों का सक्रिय केंद्र रहा है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान इस मैदान में महात्मा गांधी की कई महत्वपूर्ण गतिविधियाँ हुईं। जयप्रकाश नारायण के कुल क्रांति आंदोलन (Total Revolution) ने भी इसी मैदान से गति पाई और राष्ट्रीय स्तर पर इसका प्रभाव पड़ा। गांधी मैदान सत्ता के हस्तांतरण, राजनीतिक संदेशों और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का प्रतीक बन गया है। वर्तमान में नीतीश कुमार का शपथ ग्रहण समारोह इस ऐतिहासिक स्थल पर आयोजित होने वाला है, जो राज्य की राजनीतिक विरासत और लोकतांत्रिक परंपराओं को आगे बढ़ाने का प्रतीक होगा।

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